आजकल मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर के ज़्यादा इस्तेमाल से आंखों की रोशनी कम होना आम बात हो गई है।
चश्मा लगना या नंबर बढ़ना कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन इसे रोका जा सकता है देसी और आयुर्वेदिक तरीकों से।“आंखें शरीर का आईना होती हैं – इन्हें स्वस्थ रखना सबसे ज़रूरी है।”
✅ आंखों की रोशनी बढ़ाने के देसी नुस्खे – बिना चश्मे के साफ़ दिखने लगेगा
🔍 आंखों की रोशनी कम होने के लक्षण
- धुंधला दिखना या दो-दो दिखना
- आंखों में जलन या थकान
- सिरदर्द या आंखों में भारीपन
- रौशनी में चुभन महसूस होना
- पढ़ते समय आँखें मिचमिचाना
Table of Contents
🌿 आंखों की रोशनी बढ़ाने के घरेलू नुस्खे
👁️ आंखों की रोशनी तेज़ करने के 15 असरदार घरेलू उपाय – चश्मा हटाने की देसी ट्रिक
1. 🥕 गाजर और चुकंदर का जूस
👉 जिन व्यक्तियों के आंखों में रोशनी कम है वे व्यक्ति विटामिन A और बीटा कैरोटीन से भरपूर युक्त गाजर और चुकंदर का जूस पिए ।
✅ आंखों की रोशनी को तेज से बढ़ाने के लिए सुबह खाली पेट में गाजर या चुकंदर का जूस एक गिलास जरूर पिए
2. 🌰 बादाम, मिश्री और सौंफ पाउडर
👉 जिन व्यक्तियों के आंखों में चश्मा लगा है उनके लिए रामबाण इलाज यह है कि वे बादाम ,मिश्री और सौंफ का पाउडर बनाकर रात में सोने के पहले एक चम्मच गर्म दूध के साथ लें |
✅ यह पाउडर आंख की रोशनी के साथ-साथ दिमाग को भी तेज करता है
3. 🧘 अनुलोम-विलोम प्राणायाम
👉 योग हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है जिनमें से अनुलोम -विलोम प्राणायाम आंखों के रोशनी के बढ़ने के साथ-साथ आंखों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है इस योग को प्रत्येक दिन 10 मिनट जरूर करें |
✅ अनुलोम-विलोम प्राणायाम रोज़ 10 मिनट प्रैक्टिस करें |
4. 🐄 देशी गाय का घी
👉✅ आंखों की नमी और ताकत बढ़ाने के लिए देशी गाय का घी नाक में दो बूंद सुबह और रात में जरूर डालें ।
5. 🧂 त्रिफला पानी से आंख धोना
👉 ✅ आंखों में किसी तरह का संक्रमण हो गया है या फिर रोशनी बढ़ नहीं बढ़ रहा है तो रात में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को भिगोकर रख दे तथा सुबह छानकर कर आंख को धोए ।
6. 🥬 पालक, मैथी, हरा धनिया
👉 हरी सब्जियां आंखों के लिए बेस्ट
✅ विटामिन C और ल्यूटीन से भरपूर
7. 🧴 गुलाब जल + खीरे का रस
👉 कभी-कभी ऐसा देखा जाता है कि हमारे आंखों में जलन या फिर आंखों में थकान महसूस होता है इसके लिए गुलाब जल या खीरे का रस को कॉटन कपड़े में भिंगोकर 10 मिनट तक आंखो के ऊपर रखे ।
8. 👀 पलक एक्सरसाइज
👉 ✅ आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए पलक एक्सरसाइज करना जरूरी है इसके लिए आंखों को ऊपर नीचे दाएं बाएं गोल घूमना होगा यह पलक एक्सरसाइज प्रत्येक दिन दो से तीन बार 5 मिनट करें
9. ☀️ सूर्या त्राटक
👉 ✅ सुबह या शाम सूरज के हल्के प्रकाश दो या तीन मिनट देखने से आंख की रोशनी को बढ़ाने में मददगार हो सकता है
10. 🧃 आंवला और एलोवेरा जूस
👉 आंखों की गहराई तक पोषण
✅ सुबह खाली पेट लें
11. 📵 स्क्रीन टाइम कंट्रोल करें
👉 हर 20 मिनट में 20 सेकंड ब्रेक लें – दूर 20 फीट देखें (20-20-20 Rule)
12. 🌙 रात में मोबाइल का इस्तेमाल कम
👉 नीली रोशनी आंखों को नुकसान देती है
✅ “Night Mode” या “Blue Light Filter” ON करें

13. 🧊 ठंडी सिकाई
👉 आंखों पर ठंडी सूती पट्टी रखें
✅ दिन में 2 बार 10 मिनट
14. 🧬 Omega-3 और Zinc लें
👉 अलसी के बीज, अखरोट, मछली
✅ आंखों की कोशिकाओं को मजबूत करते हैं
15. 🛏️ नींद पूरी लें
👉 आंखों की थकान तभी दूर होगी
✅ 7–8 घंटे की गहरी नींद लें
✅ सप्ताहभर की आंखों की देखभाल रूटीन
दिन | उपाय |
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सोमवार | अनुलोम-विलोम + गाजर का जूस |
मंगलवार | त्रिफला जल से आंख धोना + आंख एक्सरसाइज |
बुधवार | देशी घी नाक में + गुलाब जल पैक |
गुरुवार | बादाम-सौंफ मिश्रण + पालक की सब्जी |
शुक्रवार | आंवला जूस + ठंडी पट्टी |
शनिवार | स्क्रीन डिटॉक्स + सूर्या त्राटक |
रविवार | आराम + किताब पढ़ें (डिजिटल नहीं) |
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आंखों की रोशनी कम होने पर कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं:
आंखों की देखभाल
- नियमित आंखों की जांच: नियमित आंखों की जांच कराना महत्वपूर्ण है ताकि आंखों की समस्याओं का पता लगाया जा सके।
- चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस: यदि आंखों की रोशनी कम है, तो चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- विटामिन ए युक्त खाद्य पदार्थ: विटामिन ए युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि गाजर, शलजम, पालक आदि आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड: ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि मछली, अखरोट आदि आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
अन्य उपाय
- आंखों की व्यायाम: आंखों की व्यायाम करना आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- पर्याप्त नींद: पर्याप्त नींद लेना आंखों की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है।
- आंखों की सुरक्षा: आंखों की सुरक्षा के लिए धूप के चश्मे का उपयोग करना और आंखों को हानिकारक रसायनों से बचाना महत्वपूर्ण है।
इन उपायों को अपनाकर आप आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

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आँखें कमजोर होने के कुछ लक्षण हैं:
आँखों की समस्याएं
- धुंधलापन: आँखों से देखने में धुंधलापन या अस्पष्टता महसूस होना।
- दूर की वस्तुएं धुंधली: दूर की वस्तुएं धुंधली या अस्पष्ट दिखाई देना।
- पास की वस्तुएं धुंधली: पास की वस्तुएं धुंधली या अस्पष्ट दिखाई देना।
- आँखों में दर्द: आँखों में दर्द या थकान महसूस होना।
- सिरदर्द: सिरदर्द या आँखों के आसपास दर्द महसूस होना।
अन्य लक्षण
- आँखों में तनाव: आँखों में तनाव या थकान महसूस होना।
- आँखों का लाल होना: आँखों का लाल होना या आँखों में जलन महसूस होना।
- दोहरी दृष्टि: दोहरी दृष्टि या आँखों में दोहरी छवि दिखाई देना।
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो आँखों की जांच कराना उचित होगा।

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आँखों की रेटिना खराब होने से कई समस्याएं हो सकती हैं:
दृष्टि समस्याएं
- दृष्टि की कमी: आँखों की रेटिना खराब होने से दृष्टि की कमी हो सकती है, जिससे देखने में परेशानी हो सकती है।
- धुंधलापन: आँखों की रेटिना खराब होने से धुंधलापन या अस्पष्टता महसूस हो सकती है।
- रंगों की पहचान में परेशानी: आँखों की रेटिना खराब होने से रंगों की पहचान में परेशानी हो सकती है।
अन्य समस्याएं
- आँखों में दर्द: रेटिना खराब होने से आँखों में दर्द या असहजता महसूस हो सकती है।
- आँखों की रोशनी में कमी: रेटिना खराब होने से आँखों की रोशनी में कमी आ सकती है।
- दृष्टि के क्षेत्र में कमी: रेटिना खराब होने से दृष्टि के क्षेत्र में कमी आ सकती है, जिससे देखने के क्षेत्र में सीमाएं आ सकती हैं।
रेटिना खराब होने के कारण
- उम्र संबंधी मैक्यूलर डिजनरेशन: उम्र बढ़ने के साथ रेटिना खराब हो सकती है।
- मधुमेह: मधुमेह के कारण रेटिना खराब हो सकती है।
- आँखों की चोट: आँखों की चोट के कारण रेटिना खराब हो सकती है।
यदि आपको रेटिना खराब होने के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आँखों की जांच कराना उचित होगा।

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आंखों की नस फटने से कई समस्याएं हो सकती हैं :
दृष्टि समस्याएं
- दृष्टि की कमी: आंखों की नस फटने से दृष्टि की कमी हो सकती है, जिससे देखने में परेशानी हो सकती है।
- धुंधलापन: आंखों की नस फटने से धुंधलापन या अस्पष्टता महसूस हो सकती है।
- रक्तस्राव: आंखों की नस फटने से रक्तस्राव हो सकता है, जिससे दृष्टि पर असर पड़ सकता है।
अन्य समस्याएं
- आंखों में दर्द: आंख की नस फटने से आंखों में दर्द या असहजता महसूस हो सकती है।
- आंखों की सूजन: आंखों की नस फटने से आंखों की सूजन हो सकती है।
- दृष्टि के क्षेत्र में कमी: आंख की नस फटने से दृष्टि के क्षेत्र में कमी आ सकती है, जिससे देखने के क्षेत्र में सीमाएं आ सकती हैं।
आंखों की नस फटने के कारण
- मधुमेह: मधुमेह के कारण आंख की नस फट सकती है।
- उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप के कारण आंख की नस फट सकती है।
- आंखों की चोट: आंखों की चोट के कारण आंख की नस फट सकती है।
यदि आपको आंख की नस फटने के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत आंखों की जांच कराना उचित होगा।
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🔚 निष्कर्ष
“अगर आप आंखों की देखभाल करते हैं, तो दुनिया को साफ और सुंदर देख सकते हैं – बिना चश्मे के।”
https://ndtv.in/lifestyle/do-you-need-good-eyesight-to-be-a-pilot-so-eating-food-7315729