प्रस्तावना (Introduction)
जब भी शरीर के स्वास्थ्य की बात आती है, तो किडनी (गुर्दा) का नाम अत्यंत महत्वपूर्ण अंगों में लिया जाता है।
किडनी न सिर्फ खून को साफ करती है, बल्कि शरीर में पानी, खनिज और पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
🧿 किडनी क्या है? (What is Kidney?)
किडनी शरीर में स्थित दो बीन के आकार के अंग होते हैं, जो रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर कमर के पास पाए जाते हैं।
प्रत्येक Kidney का वजन लगभग 120 से 150 ग्राम होता है और इसकी लंबाई करीब 4 से 5 इंच तक होती है।
किडनी मुख्यतः रक्त से अपशिष्ट पदार्थ (waste products) को फिल्टर कर पेशाब के माध्यम से बाहर निकालती है।
किडनी का मुख्य कार्य (Main Functions of Kidney)
1. रक्त को साफ करना (Filtering Blood)
किडनी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है रक्त से विषैले पदार्थ, अतिरिक्त पानी और अपशिष्ट उत्पादों को हटाना।
हर दिन लगभग 50 गैलन रक्त को किडनी फिल्टर करती है।
2. अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना (Excreting Waste Products)
नाइट्रोजनयुक्त अपशिष्ट (जैसे कि यूरिया और क्रिएटिनिन) को पेशाब के माध्यम से बाहर निकालती है।
3. पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखना (Maintaining Fluid and Electrolyte Balance)
शरीर में सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस जैसे खनिजों का संतुलन बनाए रखती है।

4. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना (Regulating Blood Pressure)
Kidney ‘रेनिन’ नामक एंजाइम बनाती है, जो रक्तचाप को संतुलित करने में मदद करता है।
5. रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को नियंत्रित करना (Stimulating Red Blood Cell Production)
Kidney ‘एरिथ्रोपोइटिन’ (Erythropoietin) हार्मोन का स्राव करती है, जो बोन मैरो को लाल रक्त कोशिकाएं बनाने के लिए प्रेरित करता है।

6. हड्डियों को मजबूत बनाना (Keeping Bones Healthy)
विटामिन D को सक्रिय करने में मदद करती है, जो कैल्शियम अवशोषण के लिए जरूरी है और इससे हड्डियां मजबूत रहती हैं।

किडनी खराब होने के कारण (Causes of Kidney Damage)
Kidney खराब होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण हैं:
- मधुमेह (डायबिटीज): मधुमेह किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है और किडनी की कार्यक्षमता को कम कर सकता है।
- उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और Kidney की कार्यक्षमता को कम कर सकता है।
- ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस: ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस एक प्रकार की किडनी की बीमारी है जिसमें Kidney के ग्लोमेरुली में सूजन आ जाती है।
- पॉलीसिस्टिक किडनी रोग (पीसीकेडी): पीसीकेडी एक अनुवांशिक बीमारी है जिसमें Kidney में सिस्ट बन जाते हैं।
- किडनी की पथरी: किडनी की पथरी किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है और Kidney की कार्यक्षमता को कम कर सकती है।
अन्य कारण
- अनुवांशिक कारक: अनुवांशिक कारक किडनी की बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
- उम्र: उम्र बढ़ने के साथ किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है।
- धूम्रपान: धूम्रपान किडनी की बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकता है।
- मोटापा: मोटापा किडनी की बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकता है।
Kidney खराब होने के लक्षण (Symptoms of Kidney Disease)
- थकान और कमजोरी
- बार-बार पेशाब आना (या पेशाब कम होना)
- पैरों, टखनों और आंखों के आसपास सूजन
- भूख में कमी
- उल्टी या मतली
- त्वचा पर खुजली
- सांस फूलना
- रक्तचाप का बढ़ना
किडनी की बीमारी से बचाव कैसे करें? (Prevention Tips)
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- संतुलित आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों।
- अत्यधिक नमक और चीनी का सेवन न करें।
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
- नियमित व्यायाम करें।
- नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराते रहें।
- बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निवारक दवाइयां न लें।

किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय (Kidney Health Tips)
1. सही खान-पान अपनाएं
फल और सब्जियों का अधिक सेवन करें। पोटैशियम और फाइबर युक्त आहार जैसे केला, पालक और सेब का सेवन फायदेमंद होता है।
2. नियमित व्यायाम करें
योग, पैदल चलना और हल्की एक्सरसाइज किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

3. धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
धूम्रपान और अत्यधिक शराब पीने से किडनी को नुकसान पहुंचता है।
4. वजन नियंत्रित रखें
मोटापा डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है, जो किडनी को प्रभावित कर सकता है।
किडनी फेलियर क्या होता है? (What is Kidney Failure?)
जब किडनी अपने कार्य को ठीक से करना बंद कर देती है, तो इसे किडनी फेलियर कहते हैं। इसमें शरीर में विषैले पदार्थ जमा होने लगते हैं, जो जीवन के लिए घातक हो सकते हैं।
किडनी फेलियर के प्रकार:
- Acute Kidney Failure (तीव्र गुर्दा विफलता)
- Chronic Kidney Disease (दीर्घकालीन गुर्दा रोग)
डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट (Dialysis and Kidney Transplant)
जब किडनी काम करना बंद कर देती है तो डायलिसिस की आवश्यकता पड़ती है।
डायलिसिस दो प्रकार का होता है:
- हीमोडायलिसिस (Hemodialysis)
- पेरिटोनियल डायलिसिस (Peritoneal Dialysis)
अगर डायलिसिस से जीवन संभव नहीं होता, तो किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता है, जिसमें एक नई स्वस्थ किडनी प्रत्यारोपित की जाती है।

किडनी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ (Interesting Facts About Kidneys)
- हर दिन हमारी किडनी लगभग 1.5 लीटर मूत्र का उत्पादन करती है।
- किडनी हर मिनट लगभग 1 लीटर रक्त फिल्टर करती है।
- किडनी में लगभग 10 लाख ‘नेफ्रॉन’ होते हैं, जो रक्त को फिल्टर करते हैं।
- यदि एक किडनी हट भी जाए तो दूसरी किडनी अकेले ही शरीर के सभी कार्य कर सकती है।
किडनी स्वास्थ्य के लिए जरूरी नियमित जांच (Important Tests for Kidney Health)
- क्रिएटिनिन टेस्ट
- ब्लड यूरिया नाइट्रोजन (BUN) टेस्ट
- ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट (GFR) टेस्ट
- यूरीन एनालिसिस टेस्ट
किडनी के लिए आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Remedies for Kidney Health)
- त्रिफला चूर्ण का सेवन
- गिलोय का रस
- वरुण (Crataeva nurvala) का उपयोग
- धनिया का काढ़ा
- पानी में नीम की पत्तियाँ उबाल कर पीना
नोट: कोई भी घरेलू उपाय अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष (Conclusion)
Kidney हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है।
इनका कार्य केवल रक्त को साफ करना नहीं, बल्कि हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य को संतुलित रखना भी है।
स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार और नियमित जांच के जरिये हम किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं।
किडनी का ध्यान रखना, जीवन के हर क्षेत्र में हमें ऊर्जा और स्वास्थ्य से भर देता है।
✨ अगर आप अपने किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आज से ही ऊपर बताए गए उपायों को अपनाएं और अपने शरीर को दें एक लंबा, स्वस्थ जीवन। ✨
https://www.medicoverhospitals.in/hi/articles/7-functions-of-the-kidney
https://pram123.com/आंखों-की-रोशनी-बढ़ाने-के-उ-2/
——————————————————————————————