🪷 भूमिका
किडनी स्टोन (अश्मरी) सिर्फ एक बीमारी नहीं, बल्कि यह जीवनशैली और खानपान की गड़बड़ियों का परिणाम है।
आयुर्वेद कहता है – “अन्नम् ही औषधम्” यानी सही भोजन ही सबसे बड़ी औषधि है।
यदि सही समय पर सही आहार लिया जाए, तो पथरी को बनने से रोका भी जा सकता है और बनी हुई पथरी को प्राकृतिक रूप से गलाया भी जा सकता है।
✅ किडनी स्टोन में क्या खाएं? (अनुशंसित भोजन)
| खाद्य सामग्री | लाभ |
|---|---|
| पानी (3-4 लीटर/दिन) | मूत्र पतला करता है, स्टोन बाहर निकलने में सहायक |
| नारियल पानी | इलेक्ट्रोलाइट संतुलन, मूत्र पथ को ठंडक |
| जौ का पानी (Barley Water) | मूत्रवर्धक, विषों की सफाई |
| नींबू पानी (बिना नमक और चीनी) | साइट्रिक एसिड से स्टोन टूटता है |
| खीरा, ककड़ी, तरबूज | जलयुक्त, मूत्रशुद्धि में सहायक |
| तुलसी का रस + शहद | स्टोन गलाने में सहायक |
| दूध-दही (कम मात्रा में) | यदि कैल्शियम स्टोन नहीं है तो सीमित मात्रा में |
| पत्थरचट्टा के पत्ते | स्टोन को गलाने में सहायक (सुबह खाली पेट 1 पत्ता) |
| घिया/तोरई/परवल/तुलसी | हल्की सब्जियां, मूत्र पथ को आराम देती हैं |
| मूंग दाल/मसूर दाल | सुपाच्य प्रोटीन |
| सादा रोटी (गेहूं या जौ) | बिना तैलीय, सरल पाचन |
❌ किडनी स्टोन में क्या न खाएं? (वर्जित आहार)
| वर्जित चीजें | कारण |
|---|---|
| पालक, चुकंदर, चाय, चॉकलेट | ऑक्सलेट की मात्रा अधिक – स्टोन बनाते हैं |
| टमाटर के बीज | क्रिस्टल के रूप में जम सकते हैं |
| फास्ट फूड, पैकेट भोजन | पाचन खराब, यूरिन की अम्लता बढ़ाते हैं |
| अधिक नमक | शरीर में कैल्शियम बाहर करता है – पथरी बनती है |
| मांस, अंडा, मछली (High Protein) | यूरिक एसिड बढ़ाता है – स्टोन बनता है |
| तला-भुना भोजन | पाचन बिगाड़ता है, पित्त दोष बढ़ाता है |
| सोडा, कोल्ड ड्रिंक्स | फॉस्फेट अधिक – स्टोन को बढ़ावा |
| ज्यादा शक्कर/मीठा | मूत्र अम्लता को बिगाड़ता है |
🧘♂️ सुझावित दिनचर्या और आदतें (Daily Routine Tips)
- सुबह उठते ही 1-2 गिलास गुनगुना पानी पीएं।
- सुबह खाली पेट पत्थरचट्टा या तुलसी रस लें।
- दिन भर में 3-4 लीटर पानी पीने की आदत डालें।
- हर 2 घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पिएं।
- भोजन में कम तेल, कम नमक और कम मसाले रखें।
- रात का खाना हल्का और जल्दी खाएं (7-8 बजे तक)।
📆🍽️ उदाहरण के तौर पर एक आयुर्वेदिक आहार योजना
| समय | भोजन |
|---|---|
| सुबह (6-7 बजे) | गुनगुना पानी + तुलसी रस/पत्थरचट्टा पत्ता |
| नाश्ता (8 बजे) | दलिया/ओट्स/मूंग दाल चिला + नारियल पानी |
| दोपहर (1 बजे) | रोटी (जौ/गेहूं) + घिया/तोरई की सब्जी + मूंग दाल |
| शाम (4 बजे) | खीरा/ककड़ी + नींबू पानी |
| रात (7-8 बजे) | खिचड़ी + हरी सब्जी + ताजा पानी |
⚠️ कुछ महत्वपूर्ण बातें याद रखें
- खाना ताजा, गर्म और सुपाच्य होना चाहिए।
- बासी, डिब्बाबंद या ठंडा खाना पथरी को बढ़ा सकता है।
- कोई भी फलों का जूस बिना शक्कर के ही पिएं।
- खाना शांति और ध्यान से खाएं, जल्दीबाजी न करें।
- भोजन और औषधि के बीच कम से कम 30 मिनट का अंतर रखें।
📝 निष्कर्ष
किडनी स्टोन के इलाज में आहार की भूमिका सबसे अहम है।
“जैसा खाए अन्न, वैसा होवे मन और तन” — आयुर्वेद का यह सिद्धांत किडनी स्टोन के मामले में पूरी तरह लागू होता है।
सही खान-पान और दिनचर्या से पथरी का दर्द भी कम होता है और भविष्य में इसके दोबारा बनने की संभावना भी घटती है।
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PART -II
किडनी स्टोन में क्या न खाएं
किडनी स्टोन एक आम समस्या है जिसमें किडनी में छोटे पत्थर बन जाते हैं। ये पत्थर विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जिनमें से ऑक्सलेट स्टोन सबसे आम है। किडनी स्टोन के लक्षणों में दर्द, उल्टी, और पेशाब में रक्त आना शामिल हो सकते हैं। किडनी स्टोन के खतरे को कम करने और इसके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए, आहार में बदलाव करना महत्वपूर्ण है।
- ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थ
ऑक्सलेट एक प्रकार का यौगिक है जो कुछ खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थ किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकते हैं। ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थों में शामिल हैं:
- टमाटर: टमाटर में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है, इसलिए किडनी स्टोन के रोगियों को टमाटर का सेवन सीमित करना चाहिए।
- स्ट्रॉबेरी: स्ट्रॉबेरी में भी ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसका सेवन सीमित करना चाहिए।
- चुकंदर: चुकंदर में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसका सेवन सीमित करना चाहिए।
- नट्स: कुछ नट्स जैसे कि बादाम, काजू, और पिस्ता में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इनका सेवन सीमित करना चाहिए।
- चॉकलेट: चॉकलेट में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है, इसलिए किडनी स्टोन के रोगियों को चॉकलेट का सेवन सीमित करना चाहिए।

- उच्च प्रोटीन
उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकते हैं। उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों में शामिल हैं:
- मांस: मांस में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, इसलिए किडनी स्टोन के रोगियों को मांस का सेवन सीमित करना चाहिए।
- मछली: मछली में भी प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसका सेवन सीमित करना चाहिए।
- अंडे: अंडे में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, इसलिए किडनी स्टोन के रोगियों को अंडे का सेवन सीमित करना चाहिए।

- नमक
अधिक नमक का सेवन किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकता है। नमक का सेवन सीमित करने के लिए, निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:
- नमक का सेवन सीमित करें: भोजन में नमक का सेवन सीमित करें और नमकीन खाद्य पदार्थों से बचें।
- पढ़ें लेबल: खाद्य पदार्थों के लेबल पढ़ें और कम नमक वाले विकल्प चुनें।

- कैफीन
अधिक कैफीन का सेवन किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकता है। कैफीन का सेवन सीमित करने के लिए, निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:
- कैफीन का सेवन सीमित करें: कॉफी, चाय, और अन्य कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें।
- विकल्प चुनें: कैफीन मुक्त विकल्प जैसे कि हर्बल चाय या डिकैफीनेटेड कॉफी चुनें।
- शराब
शराब का सेवन किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकता है। शराब का सेवन सीमित करने के लिए, निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:
- शराब का सेवन सीमित करें: शराब का सेवन सीमित करें और यदि संभव हो तो इससे बचें।
- स्वस्थ विकल्प चुनें: शराब के बजाय स्वस्थ पेय पदार्थ जैसे कि पानी या फलों का रस चुनें।

निष्कर्ष
किडनी स्टोन के खतरे को कम करने और इसके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए, आहार में बदलाव करना महत्वपूर्ण है। ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थ, उच्च प्रोटीन, नमक, कैफीन, और शराब का सेवन सीमित करने से किडनी स्टोन के खतरे को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, पर्याप्त पानी पीना और स्वस्थ आहार का पालन करना भी महत्वपूर्ण है। यदि आपको किडनी स्टोन की समस्या है, तो अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श लें और उनकी सलाह का पालन करें।
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https://www.medicinenet.com/what_should_you_not_eat_with_kidney_stones/article.htm
https://pram123.com/किडनी-स्टोन-कारण-लक्षण-बच/
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