जामताड़ा जिला, झारखंड – एक विस्तृत परिचय 2025

March 22, 2025
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जामताड़ा जिला, झारखंड – एक विस्तृत परिचय 

झारखंड राज्य का जामताड़ा जिला अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है। यह जिला झारखंड के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है और इसकी सीमाएँ दुमका, देवघर, गिरिडीह और पश्चिम बंगाल राज्य से मिलती हैं। जामताड़ा जिला 26 अप्रैल 2001 को दुमका जिला से अलग होकर एक स्वतंत्र जिला बना। इस जिले का मुख्यालय जामताड़ा नगर है।

जामताड़ा जिला - विकिपीडिया

जामताड़ा क्यों प्रसिद्ध है?

जामताड़ा, झारखंड के कई कारणों से प्रसिद्ध है: 
  • बॉक्साइट की खदानों के लिए जाना जाता है 
  • काजू की खेती के लिए मशहूर है 
  • साइबर अपराध के केंद्र के रूप में बदनामी हासिल कर चुका है 
  • सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर से जुड़े होने के लिए भी जाना जाता है 

बॉक्साइट की खदानें 

  • जामताड़ा की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बॉक्साइट की खदानें हैं.

जामताड़ा जिला में काजू की खेती

  • जामताड़ा को ‘काजू नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है. 
  • जामताड़ा शहर से चार किलोमीटर दूर स्थित नाला गांव को झारखंड का काजू शहर कहा जाता है. 
  • यहां काजू 20-30 रुपये प्रति किलो की कीमत पर मिल जाते हैं. 

जामताड़ा जिला में साइबर अपराध साइबर अपराध

  • जामताड़ा साइबर ठगी के लिए कुख्यात है. 
  • सिन्दरजोरी और करमाटांड जैसे गांवों में, धोखाधड़ी के पैसे से आलीशान घर बनाए जाने की कहानियां बहुत हैं. 
  • साइबर ठगी से जुड़ी इस घटना को एक वेब सीरीज़ में भी दिखाया गया है. 
  • ईश्वर चंद्र विद्यासागर
    • जामताड़ा सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर से जुड़े होने के लिए भी जाना जाता है. 
    • उन्होंने विधवा पुनर्विवाह की अवधारणा शुरू की थी. 
    • उन्होंने निम्न जाति के छात्रों के लिए कॉलेजों व अन्य शैक्षणिक संस्थानों के दरवाज़े खोले थे. 

भौगोलिक स्थिति और क्षेत्रफल

जामताड़ा जिला संथाल परगना प्रमंडल के अंतर्गत आता है। इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 1801 वर्ग किलोमीटर है। जिले की जलवायु उष्णकटिबंधीय है, जिसमें गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसम देखने को मिलते हैं। बरसात के दिनों में यह जिला हरियाली से भर जाता है। यहाँ प्रमुख नदियों में अजय नदी और बराकर नदी शामिल हैं, जो इस जिले की जीवन रेखा मानी जाती हैं।

जनसंख्या और भाषा

2011 की जनगणना के अनुसार जामताड़ा जिले की कुल जनसंख्या लगभग 7 लाख है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ हिंदी, संथाली, बंगाली और नागपुरी हैं। आदिवासी संस्कृति का गहरा प्रभाव इस जिले में देखने को मिलता है। संथाल जनजाति यहाँ की प्रमुख जनजाति है, जिनकी संस्कृति, रीति-रिवाज और लोकगीत इस जिले की पहचान हैं।

झारखंड के जामताड़ा ज़िले में 1,161 गांव हैं. इन गांवों को छह प्रखंडों में बांटा गया है. ये प्रखंड हैं – जामताड़ा, कुंडहित, नाला, नारायणपुर, फतेहपुर, और कर्माटांड. जामताड़ा ज़िले में 118 पंचायतें भी हैं. 

जामताड़ा ज़िले के प्रखंडों में गांवों की संख्या: जामताड़ा प्रखंड में 137 गांव हैं, कुंडहित प्रखंड में 172 गांव हैं, नाला प्रखंड में 261 गांव हैं, नारायणपुर प्रखंड में 261 गांव हैं. 

जामताड़ा ज़िले के बारे में कुछ और जानकारी:
  • जामताड़ा ज़िले में छह पंचायत समितियां हैं. 
  • जामताड़ा ज़िले में दो शहरी स्थानीय निकाय हैं – जामताड़ा और मिहिजाम. 
  • जामताड़ा को बॉक्साइट की खदानों के लिए जाना जाता है. 
  • जामताड़ा में सादगी भरे गांव और मनोहारी पर्वत विहार पार्क है. 
  • जामताड़ा देशभर में साइबर अपराध के लिए बदनाम है. 
  • सिन्दरजोरी और करमाटांड जैसे गांवों में, धोखाधड़ी के पैसे से आलीशान घर बनाए जाने की कहानियां बहुत हैं. 

 

इतिहास और सांस्कृतिक विरासत

जामताड़ा जिला ऐतिहासिक रूप से संथाल परगना का हिस्सा रहा है। संथाल विद्रोह (1855-56) में इस क्षेत्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यहाँ की संस्कृति में आदिवासी परंपराएं, मेले-त्योहार और लोकगीत प्रमुख रूप से शामिल हैं। यहाँ का सोहराय, सरहुल और करम पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

 

अर्थव्यवस्था और रोजगार

जामताड़ा की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है। धान, मक्का, गेंहू और तिलहन जैसी फसलें यहाँ प्रमुखता से उगाई जाती हैं। इसके अलावा यहाँ बागवानी और वनोपज भी आय का एक मुख्य स्रोत हैं। हाल के वर्षों में जामताड़ा का नाम ‘फिशिंग और साइबर फ्रॉड’ के लिए भी सुर्खियों में आया है, जिससे यह जिला देश भर में चर्चित हुआ। हालांकि, प्रशासन इस समस्या को दूर करने के लिए लगातार प्रयासरत है।

शिक्षा और स्वास्थ्य

शिक्षा के क्षेत्र में जामताड़ा जिला धीरे-धीरे प्रगति कर रहा है। यहाँ कई सरकारी और निजी स्कूल, महाविद्यालय और तकनीकी संस्थान हैं। जामताड़ा कॉलेज, जामताड़ा महिला कॉलेज, और कई अन्य शिक्षण संस्थान युवाओं को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं की बात करें तो यहाँ सदर अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्र हैं, लेकिन अभी भी स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता है।

पर्यटन स्थल

जामताड़ा जिला प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। यहाँ कई धार्मिक और पर्यटन स्थल हैं, जैसे –

  • श्री धर्मस्थान (जामताड़ा शहर में स्थित)
  • माया मंदिर
  • केरकोमाथान
    इसके अलावा यहाँ की प्राकृतिक हरियाली, नदियाँ और पहाड़ पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

निष्कर्ष

जामताड़ा जिला झारखंड का एक महत्वपूर्ण जिला है, जो अपनी सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। हालांकि, यह जिला अभी भी विकास के कई क्षेत्रों में पीछे है, लेकिन धीरे-धीरे यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार हो रहा है। आने वाले समय में यह जिला झारखंड राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाएगा।

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