डेंगू बुखार का शुरुआती लक्षण क्या है? (2025)

May 17, 2025
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डेंगू बुखार का डेंगू बुखार का शुरुआती लक्षण जानने से पहले हम लोग यह जानेंगे कि डेंगू बुखार किसे कहते हैं,  डेंगू बुखार को ‘’हड्डी तोड़ बुखार’’ (Breakbone Fever) भी कहा जाता है , यह गंभीर वायरस बीमारी है जो एडीज इजिप्टी (Aedes aegypti)  नामक मच्छर के काटने से फैलती है। इस मच्छर के काटने के प्रभाव से हर साल भारत सहित दुनिया भर में लाखों लोग डेंगू बुखार से प्रभावित होते हैं | डेंगू बुखार का शुरुआती लक्षण यह है कि वह आम वायरल फीवर जैसा लगता है लेकिन समय रहते इसकी पहचान नहीं करने पर यह जानलेवा हो सकता है ।

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डेंगू बुखार का शुरुआती लक्षण सबसे महत्वपूर्ण संकेत है — अचानक तेज बुखार

जब कोई व्यक्ति को डेंगू बुखार होता है, तो अचानक तेजी से 102°F से 105°F तक बुखार पहुंच जा सकता है इसके साथ-साथ बीमार व्यक्ति निम्नलिखित लक्षणों का महसूस कर सकता है —–

1 जिस व्यक्ति को डेंगू बुखार हुआ है उसका सिर दर्द बहुत तेज से होना शुरू हो जाता है,

2 डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति की आंखों के पीछे दर्द होना चालू हो जाता है ।

3 . डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति के मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द तेज से होना शुरू हो जाता है।

4 जिस व्यक्ति को डेंगू बुखार हुआ है, उसके शरीर के त्वचा पर लाल चकते होने चालू हो जाते हैं।

5. डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को भूख बहुत कम लगता है।

6.  डेंगू से पीड़ित बीमार व्यक्ति का शरीर थकावट और कमजोरी महसूस करता है ।

डेंगू बुखार का शुरुआती लक्षण

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हम लोग देखेंगे डेंगू बीमारी का जीवन चक्र और उससे शरीर में प्रभाव :-

  1. संक्रमण चरण (Infection Phase)

 जिस व्यक्ति को डेंगू मच्छर काटता है काटने के बाद उसे व्यक्ति के शरीर में वायरस प्रवेश कर जाता है फिर धीरे-धीरे उसके खून में वह वायरस फैल जाता है।

2. वायरल रेप्लिकेशन फेज (Viral Replication Phase)

यह चक्र 4 से 10 दिनों तक का रहता है ,इससे वायरस शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश कर जाता है और डेंगू से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में तेजी से वायरस बढ़ने लगता है।

3. फीवर फेज (Fever Phase)

 फीवर फ्रिज डेंगू मच्छर के काटने का पहला संकेत देता है इसका  लक्षण यह है कि शरीर में तेज बुखार, सिर दर्द और शरीर में दर्द होने लगता है।

4. क्रिटिकल फेज (Critical Phase)

 डेंगू बीमारी से ग्रसित व्यक्ति का बुखार के कम होते ही सबसे खतरनाक समय आता है। प्लेटलेट्स तेजी से गिरते हैं, प्लाज्मा लीक होने लगता है और रोगी में रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है।

5. रिकवरी फेज (Recovery Phase)

इस चरण मेंजब रोगी की स्थिति स्थिर होती है तो प्लेटलेट बढ़ाने लगते हैं और व्यक्ति धीरे-धीरे ठीक होने लगता है

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जिस व्यक्ति को डेंगू बुखार होता है उसके शुरुआती लक्षण में वायरस शरीर के अंदर फैलने लगता है और वह 4 से 10 दिन के भीतर और पूरे शरीर में फैल जाता है यह लक्षण सामान्य वायरल बुखार जैसा लगता है लेकिन कुछ खास लक्षण के कारण इसे पहचाने जा सकता है

1.  बुखार से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में अचानक तेज बुखार बढ़ने लगता है और उसका शरीर का तापमान  102°F से 105°F  तक पहुंच जाता है ।

2. डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति के माथे में और आंख के पीछे तेज दर्द होने लगता है।

3. डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति के मांसपेशियां और हड्डियों में बहुत तेज दर्द रहता है जिसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है।

4. डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति के शरीर के विभिन्न हिस्सों में लाल रंग का रैशेज उभर आते हैं।

5. इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को भूख कम लगता है और खाने की इच्छा नहीं होती है।

6. डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति के शरीर सुस्त और थकान महसूस करता है।

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गंभीर लक्षण (Severe Symptoms)

डेंगू बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में जैसेजैसे बीमारी बढ़ती है तो यह गंभीर  लक्षण दिखाई देते हैं , आइए हम लोग विस्तृत से इन गंभीर लक्षणों के बारे में जानेंगे ——-

1. खून में मौजूद प्लेटलेट्स  की गिरावट तेज से होने लगती है |

2. रक्तस्राव  (Bleeding)बीमार व्यक्ति के नाक ,मसूड़े ,पेशाब , उल्टी और माल से खून आना

     चालू हो जाता है।

3.  डेंगू से ग्रसित व्यक्ति बेहोश हो सकता है, और उसका रक्तचाप तेजी से गिर सकता है

4 . अंगों का फेलियर (Organ Failure)—-  डेंगू से ग्रसित व्यक्ति का तबीयत अचानक बिगड़ सकता है और उसके लिवर, किडनी और फेफड़े को प्रभावित हो सकते हैं।

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डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए —

डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को अचानक पेट में दर्द ,लगातार उल्टी ,सांस लेने में कठिनाई , चक्कर या फिर बेहोशी जैसी हालत हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए ।

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डेंगू के दौरान किन बातों का ध्यान रखें?

✅ क्या करें (Dos):

  1. डेंगू से ग्रसित व्यक्ति हमेशा डॉक्टर से नियमित संपर्क में रहें।
  1. डेंगू से ग्रसित व्यक्ति  ब्लड टेस्ट और प्लेटलेट्स की निगरानी कराते रहें।
  2. डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति हमेशा  पानी, ORS, नारियल पानी और फलों का रस खूब पिएं।
  3. डेंगू से ग्रसित व्यक्ति  पूर्ण आराम करें और तनाव से बचें।
  4. डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति को जब तेज बुखार आए तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार पेरासिटामोल दवा का प्रयोग करें |

❌ क्या न करें (Don’ts):

  1. डेंगू से ग्रसित व्यक्ति   एस्पिरिन, आईबुप्रोफेन या अन्य दर्दनिवारक दवाइयां न लें।
  1. प्लेटलेट्स गिरने पर बिना डॉक्टर की सलाह के प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन न करवाएं।
  2. बुखार से ग्रसित व्यक्ति  खुद दवा न लें और घरेलू उपचारों को मुख्य उपचार न समझें।
  3. डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति  निर्जलीकरण से बचने के लिए पानी की कमी न होने दें।

डेंगू वायरस का वैज्ञानिक परिचय

डेंगू वायरस फ्लैविविरिडे (Flaviviridae) परिवार का सदस्य है। इसमें 4 प्रकार (Serotypes) होते हैं:

  1. DENV-1
  2. DENV-2
  3. DENV-3
  4. DENV-4

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https://www.pasteur.fr/en/medical-center/disease-sheets/dengue

https://pram123.com/डेंगू-बुखार-को-जल्दी-कैसे/

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