रांची जिला, झारखंड (भारत) – विस्तृत लेख
रांची जिला, झारखंड (भारत)
परिचय
रांची, झारखंड राज्य की राजधानी और एक प्रमुख जिला है। यह जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता, जलवायु, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। कभी ‘छोटानागपुर की रानी’ कहलाने वाला रांची, अब झारखंड की प्रशासनिक, शैक्षणिक, औद्योगिक और पर्यटन राजधानी बन चुका है। यहाँ की हरियाली, जलप्रपात, पहाड़ और शांत वातावरण लोगों को आकर्षित करते हैं।
रांची जिले की स्थापना 1899 में हुई थी, जब यह बिहार राज्य का हिस्सा था। झारखंड बनने के बाद यह राज्य की राजधानी और सबसे विकसित जिला बन गया।
भौगोलिक स्थिति और सीमाएँ
भौगोलिक स्थिति और सीमाएँ
रांची जिला झारखंड के दक्षिणी भाग में स्थित है। यह छोटानागपुर पठार पर बसा हुआ है। रांची जिले के उत्तर में हजारीबाग और रामगढ़, दक्षिण में पश्चिमी सिंहभूम, पूर्व में बोकारो और पश्चिम में लोहरदगा और गुमला जिले हैं। रांची का कुल क्षेत्रफल लगभग 5097 वर्ग किलोमीटर है।
यहां की भौगोलिक स्थिति इसे एक प्राकृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्र बनाती है। चारों ओर जंगल, पहाड़, नदियाँ और झरने इस जिले की खूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं। रांची की औसत समुद्र तल से ऊँचाई लगभग 651 मीटर है।

जलवायु और प्राकृतिक संसाधन
जलवायु और प्राकृतिक संसाधन
रांची की जलवायु पूरे झारखंड में सबसे सुहावनी मानी जाती है। यहाँ गर्मी के दिनों में भी ठंडी हवाएँ चलती हैं। गर्मियों में तापमान 36-38 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचता है जबकि सर्दियों में यह 5-7 डिग्री तक गिर जाता है। मानसून में अच्छी बारिश होती है, औसतन 1400-1600 मिमी वर्षा होती है।
रांची जिला खनिज संपदा से भरपूर है। यहाँ बॉक्साइट, लौह अयस्क, चूना पत्थर, डोलोमाइट और कोयला जैसे खनिज पाए जाते हैं। इसके अलावा यहां घने जंगल हैं, जिनसे लकड़ी, जड़ी-बूटी और अन्य वन उत्पाद मिलते हैं।

इतिहास
इतिहास
रांची का ऐतिहासिक महत्व काफी पुराना है। यहाँ आदिवासी सभ्यता का प्रभाव प्राचीन काल से रहा है। मुंडा, उरांव, खड़िया, संथाल आदि जनजातियाँ यहाँ निवास करती थीं। ब्रिटिश काल में छोटानागपुर क्षेत्र को एक स्वतंत्र प्रांतीय इकाई माना गया था और रांची इस क्षेत्र का प्रमुख केंद्र बना।
ब्रिटिश राज में रांची की ठंडी जलवायु के कारण इसे एक ‘समर कैपिटल’ के रूप में भी प्रयोग किया जाता था। स्वतंत्रता संग्राम में भी रांची की भूमिका रही। बिरसा मुंडा जैसे महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी का जन्म यहीं हुआ था, जिन्होंने आदिवासियों के हक के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
2000 में जब झारखंड राज्य का निर्माण हुआ, तब रांची को इसकी राजधानी बनाया गया। इसके बाद से रांची ने तेज़ी से विकास की ओर कदम बढ़ाए।

जनसंख्या और समाज
जनसंख्या और समाज
2021 की अनुमानित जनसंख्या के अनुसार रांची जिले की आबादी लगभग 35 लाख से अधिक है। यहाँ आदिवासी, गैर-आदिवासी, ग्रामीण और शहरी जनसंख्या का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है।
मुख्य बोलियाँ – हिंदी, नागपुरी, खोरठा, उरांव, मुंडारी, संथाली, बंगाली और उर्दू हैं।
धर्म – हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई, आदिवासी धर्म प्रमुख रूप से प्रचलित हैं।
यहाँ का समाज विविध संस्कृतियों और परंपराओं का सुंदर संगम है।
कृषि और उद्योग
कृषि और उद्योग
रांची जिले की अर्थव्यवस्था में कृषि की बड़ी भूमिका है। यहाँ मुख्य रूप से धान की खेती होती है। इसके अलावा गेहूं, मक्का, दलहन, तिलहन और सब्जियों की भी खेती होती है। यहाँ की जलवायु और मिट्टी बागवानी और फलों की खेती के लिए उपयुक्त है। आम, लीची, कटहल, अमरूद आदि फल यहाँ बड़ी मात्रा में उगाए जाते हैं।
औद्योगिक दृष्टि से रांची तेजी से विकसित हो रहा है। यहाँ हेवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HEC), MECON जैसी बड़ी औद्योगिक इकाइयाँ हैं। इसके अलावा छोटे-बड़े कई उद्योग हैं जो मशीनरी, खनिज, स्टील, सीमेंट आदि का उत्पादन करते हैं।
आईटी पार्क और अन्य स्टार्टअप्स का भी रांची में तेजी से विकास हो रहा है। यहाँ रोजगार के अच्छे अवसर मौजूद हैं।
शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ
शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ
रांची शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड का अग्रणी जिला है। यहाँ कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान हैं:
- रांची विश्वविद्यालय – झारखंड का सबसे पुराना विश्वविद्यालय।
- बिरसा कृषि विश्वविद्यालय – कृषि शिक्षा का प्रमुख केंद्र।
- IIM रांची – भारत के शीर्ष प्रबंधन संस्थानों में शामिल।
- BIT मेसरा – इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा में देशभर में प्रसिद्ध।
- सेंट जेवियर्स कॉलेज, Gossner कॉलेज, Marwari कॉलेज – अन्य प्रमुख शिक्षण संस्थान।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी रांची में कई बड़े अस्पताल हैं:
- रिम्स (RIMS – Rajendra Institute of Medical Sciences) – झारखंड का सबसे बड़ा सरकारी मेडिकल संस्थान।
- CMC अस्पताल, Santevita अस्पताल, Medanta, Paras HEC अस्पताल – निजी अस्पताल और मल्टीस्पेशलिटी स्वास्थ्य केंद्र।

पर्यटन स्थल
पर्यटन स्थल
रांची प्राकृतिक और ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ कई खूबसूरत झरने, डैम, मंदिर और पिकनिक स्पॉट हैं:
- हंडरू फॉल्स – सबसे बड़ा जलप्रपात।
- जोन्हा फॉल्स – ‘गौतमी जलप्रपात’ भी कहा जाता है।
- दासम फॉल्स – खूबसूरत और प्रसिद्ध झरना।
- रांची लेक – शहर के बीचोंबीच स्थित, पिकनिक और नौकायन के लिए प्रसिद्ध।
- रॉक गार्डन और कांके डैम – मनोरंजन और घूमने के लिए बेहतरीन जगह।
- जगन्नाथपुर मंदिर – पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बना ऐतिहासिक मंदिर।
- बिरसा जैविक उद्यान (जंगल सफारी) – वन्य जीव प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान।
- पतरातू घाटी और डैम – हरी-भरी घाटियों और झील का अद्भुत दृश्य।

संस्कृति और त्योहार
संस्कृति और त्योहार
रांची की संस्कृति में आदिवासी और गैर-आदिवासी परंपराओं का सुंदर संगम है। यहाँ छठ पूजा, दुर्गा पूजा, सरहुल, करमा, होली, दीपावली, ईद, क्रिसमस बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं।
आदिवासी नृत्य, लोकगीत और पारंपरिक वाद्य यंत्र यहाँ की सांस्कृतिक पहचान हैं। ‘सरहुल’ त्योहार आदिवासी समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है, जिसमें प्रकृति की पूजा की जाती है।

परिवहन और संचार व्यवस्था
परिवहन और संचार व्यवस्था
रांची जिला परिवहन के क्षेत्र में भी झारखंड का प्रमुख केंद्र है। यहाँ बिरसा मुंडा हवाई अड्डा है, जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
रेलवे स्टेशन – रांची जंक्शन एक महत्वपूर्ण स्टेशन है। यहाँ से कई एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें देश के बड़े शहरों तक जाती हैं।
सड़क मार्ग – रांची राष्ट्रीय राजमार्गों से अच्छी तरह जुड़ा है। NH-33, NH-23 यहाँ से गुजरती हैं। रांची से बस सेवा द्वारा राज्य के लगभग सभी जिलों और आस-पास के राज्यों में पहुँचा जा सकता है।

आधुनिक विकास और चुनौतियाँ
आधुनिक विकास और चुनौतियाँ
रांची का तेजी से शहरीकरण हो रहा है। यहाँ मॉल्स, मल्टीप्लेक्स, आईटी पार्क, स्टार्टअप हब और बड़े-बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बन रहे हैं। इसके साथ ही रांची स्मार्ट सिटी परियोजना पर भी काम चल रहा है।
फिर भी कुछ चुनौतियाँ हैं:
- ट्रैफिक और यातायात समस्या बढ़ रही है।
- ग्रामीण इलाकों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है।
- आदिवासी समुदाय के अधिकार और पहचान की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है।
- शहरीकरण के कारण पर्यावरण संतुलन प्रभावित हो रहा है।

निष्कर्ष
निष्कर्ष
रांची जिला झारखंड का गौरव है। यह प्राकृतिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और औद्योगिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहाँ के जलप्रपात, हरे-भरे जंगल, ऐतिहासिक स्थल और विविध संस्कृति इसे एक विशेष स्थान दिलाते हैं।
रांची न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश में एक विकसित और स्मार्ट शहर के रूप में उभर रहा है। अगर ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान दिया जाए, तो रांची भविष्य में देश के श्रेष्ठ जिलों में गिना जाएगा।
रांची की सुंदरता, संस्कृति और विकास यात्रा इसे ‘छोटानागपुर की रानी’ की उपाधि के साथ-साथ एक आधुनिक स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित करती है।
Table of Contents
https://pram123.com/धनबाद-जिला-झारखंड-भारत-वि/
https://pram123.com/बोकारो-जिला-झारखंड-भारत2025/