पित्त की पथरी के कुछ आम कारण और लक्षण यह हैं : पित्त की पथरी लक्षण
- खराब आहार: अस्वस्थ आहार जिसमें अधिक वसा और कोलेस्ट्रॉल होता है, पथरी के खतरे को बढ़ा सकता है।
- मोटापा: अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त लोगों में पथरी होने की संभावना अधिक होती है।
- वंशानुगत: यदि आपके परिवार में पहले से ही पथरी की समस्या रही है, तो आपको भी इसका खतरा हो सकता है।
- लिवर की समस्याएं: लिवर की कुछ समस्याएं, जैसे कि सिरोसिस, पथरी के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
- अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी पथरी के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
लक्षण
- पेट में दर्द: पथरी का सबसे आम लक्षण पेट में दर्द है, जो अक्सर ऊपरी दाहिने हिस्से में होता है।
- बीमार महसूस करना: पथरी के कारण आपको बीमार महसूस हो सकता है और आपको उल्टी भी हो सकती है।
- पेट में सूजन: पथरी के कारण पेट में सूजन हो सकती है, जिससे आपको असहज महसूस हो सकता है।
- पीलिया: पथरी के कारण पीलिया भी हो सकता है, जिससे आपकी त्वचा और आंखें पीली हो जाती हैं।
- बुखार: पथरी के कारण बुखार भी हो सकता है, जो अक्सर पेट में दर्द के साथ होता है।
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

पथरी के लिए घरेलू उपाय
यहाँ कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं जो पित्त की पथरी के लिए फायदेमंद हो सकते हैं:
- हल्दी वाली चाय: हल्दी की चाय पीने से गैस और ब्लोटिंग कम हो सकती है।
- सेब का सिरका: एप्पल साइडर विनेगर पीने से गैस की समस्या कम हो सकती है और पथरी को पिघलाने में मदद मिल सकती है।
- नाशपाती, पपीता, पुदीना, और नींबू: ये सभी फल और जड़ी-बूटियाँ पाचन में सुधार करने में मदद कर सकती हैं।
- कुल्थी की दाल और पथरचट्टा पौधे के पत्तियों का रस: यह एक पारंपरिक घरेलू उपाय है जो पथरी को पिघलाने में मदद कर सकता है।
लेकिन ध्यान रखें कि किसी भी घरेलू उपाय को आजमाने से पहले अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करना बहुत जरूरी है।
पथरी के लिए कुल्थी की दाल
कुल्थी की दाल पित्त की पथरी के इलाज में बहुत फायदेमंद हो सकती है। यह दाल पित्ताशय की थैली को साफ करने में मदद करती है और पथरी को पिघलाने में सहायक होती है। लेकिन ध्यान रखें कि किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।

पथरी के लिए पथरचट्टा पौधा
पथरचट्टा पौधे के पत्तियों को पीसकर पीने से पथरी को पिघलाने में मदद मिलती है। लेकिन ध्यान रखें कि किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।
पथरी के इलाज में नींबू
नींबू पित्त की पथरी के इलाज में फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें सिट्रिक एसिड होता है, जो पथरी को घोलने में मदद कर सकता है। नींबू का रस पीने से पित्ताशय की क्रियाशीलता बढ़ सकती है और पथरी को निकालने में मदद मिल सकती है।
यहाँ कुछ तरीके हैं जिनसे आप नींबू का उपयोग पथरी के इलाज में कर सकते हैं:
- नींबू का रस पीना: दिन में एक या दो बार नींबू का रस पीने से पथरी को घोलने में मदद मिल सकती है।
- नींबू और शहद: नींबू के रस में शहद मिलाकर पीने से पथरी को घोलने में मदद मिल सकती है।
- नींबू और गर्म पानी: नींबू के रस को गर्म पानी में मिलाकर पीने से पथरी को घोलने में मदद मिल सकती है।
लेकिन ध्यान रखें कि नींबू का उपयोग पथरी के इलाज में केवल एक सहायक उपाय है, और इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। पथरी के इलाज में डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।

गुर्दे की पथरी के लिए घरेलू उपाय ये हैं:
खूब पानी पिएं
नींबू का रस पिएं
सेब का सिरका पिएं
तुलसी का रस पिएं
अनार का रस पिएं
अजवाइन का रस पिएं
राजमा शोरबा पिएं
डेंडिलियन जड़ का रस पिएं
कॉर्न हेयर या कॉर्न सिल्क (मकई) खाएं
पथरी को बाहर निकालने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा पानी पीना चाहिए. इससे पथरी निकलने की प्रक्रिया तेज़ हो जाती है.
पथरी को बाहर निकालने के लिए ये उपाय भी अपनाए जा सकते हैं:
घर पर तैयार किए गए ताजे फलों के जूस जैसे अनार का जूस, नींबू पानी या यहां तक कि सूप का भी बढ़िया विकल्प हैं.
ये न केवल छोटी पथरी को बाहर निकालने बल्कि उन्हें बढ़ने से भी रोकते हैं.
दर्द निवारक दवाएँ लेना और दिन में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी पीना, साथ ही सोते समय एक गिलास और रात में एक गिलास पानी पीना, आमतौर पर पथरी को आसानी से निकलने में मदद करता है.
अगर आपको बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा है, तो तुरंत नेफ़्रोलॉजिस्ट से सलाह लें.