लोहरदगा जिला, झारखंड – एक संक्षिप्त परिचय 2025

बिलकुल! नीचे लोहरदगा जिला, झारखंड पर लगभग 1000 शब्दों में विस्तृत लेख दिया गया है:


🌿 लोहरदगा जिला, झारखंड – एक संक्षिप्त परिचय

📍 परिचय:

लोहरदगा ज़िला साल 1983 में बना था. रांची ज़िले को तीन ज़िलों में बांटने के बाद लोहरदगा ज़िले का गठन हुआ था. इन तीन ज़िलों में रांची, लोहरदगा, और गुमला शामिल हैं. लोहरदगा ज़िले का नाम लोहरदगा शहर के नाम पर रखा गया है. लोहरदगा शहर ही इस ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय है. 

लोहरदगा ज़िले के बारे में कुछ और जानकारी:
    • लोहरदगा को साल 1972 में एक अनुमंडल बनाया गया था. 
    • लोहरदगा ज़िला, बंगाल प्रेसीडेंसी के छोटा नागपुर डिवीज़न का सबसे बड़ा ज़िला था. 
  • साल 1892 में लोहरदगा ज़िले को पलामू और रांची ज़िलों में बांट दिया गया था. 
  • स्वतंत्रता के बाद, रांची ज़िले को तीन ज़िलों में बांटा गया था. इन तीन ज़िलों में रांची, लोहरदगा, और गुमला शामिल हैं. 
  • साल 2007 में, खूंटी अनुमंडल को रांची ज़िले से अलग कर एक अलग ज़िला बनाया गया था. 
  • लोहरदगा ज़िले में कई पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि खकपरता शिव मंदिर और लावापनी झरना. 

लोहरदगा जिला - विकिपीडिया


🗺️ भौगोलिक स्थिति और क्षेत्रफल:

  • स्थिति: झारखंड के दक्षिण-पश्चिम भाग में
  • निर्देशांक: 23.43° उत्तर, 84.68° पूर्व
  • क्षेत्रफल: लगभग 1491 वर्ग किलोमीटर
  • सीमाएँ:
    • उत्तर में लातेहार जिला
    • दक्षिण में गुमला जिला
    • पूर्व में रांची जिला
    • पश्चिम में छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा

लोहरदगा का भू-भाग अधिकतर पठारी है और यहाँ हरे-भरे जंगल, छोटी-बड़ी पहाड़ियाँ तथा नदियाँ प्राकृतिक सौंदर्य में चार चाँद लगाती हैं।

लोहरदगा का पिन कोड 835302


🌿 प्राकृतिक संसाधन और खनिज संपदा:

लोहरदगा जिला खनिज संसाधनों के मामले में बहुत ही समृद्ध है। यहाँ की सबसे बड़ी विशेषता है बॉक्साइट खनिज जो एलुमिनियम का मुख्य स्रोत है। झारखंड में बॉक्साइट का सबसे बड़ा भंडार लोहरदगा में ही है।

मुख्य खनिज:

  • बॉक्साइट
  • पत्थर
  • बालू
  • लौह अयस्क (कुछ क्षेत्रों में)

यहाँ बॉक्साइट का खनन भारत एल्युमिनियम कंपनी (BALCO) और हिंदाल्को द्वारा किया जाता है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलते हैं।

लोहरदगा जिला, झारखंड – एक संक्षिप्त परिचय 2025लोहरदगा जिला, झारखंड – एक संक्षिप्त परिचय 2025

लोहरदगा को बॉक्साइट खदानों की भूमि के रूप में जाना जाता है। कई संगठन, विशेष रूप से हिंडाल्को , लोहरदगा के पास बॉक्साइट खदानों का संचालन करते हैं। लोहरदगा के आसपास की खदानों से निकाले गए बॉक्साइट को भारत के विभिन्न राज्यों में एल्यूमिना रिफाइनरियों में भेजा जाता है।


🌾 कृषि और वन्य जीवन:

लोहरदगा की जलवायु कृषि के लिए उपयुक्त है। यहाँ की मिट्टी मुख्यतः बलुई और लेटराइट किस्म की है, जो धान की खेती के लिए अनुकूल है।

प्रमुख फसलें:

  • धान
  • मक्का
  • गेहूं
  • तिलहन
  • दलहन

जिले का एक बड़ा हिस्सा वनों से आच्छादित है। यहाँ सागवान, साल, महुआ, तेंदू, बांस जैसे वृक्ष पाए जाते हैं। वन क्षेत्र में कई प्रकार के जंगली जानवर भी पाए जाते हैं जैसे – भालू, हिरण, लोमड़ी आदि।


👥 जनसंख्या और जनजातीय संस्कृति:

2021 के अनुमान के अनुसार लोहरदगा जिले की जनसंख्या लगभग 6 लाख के आसपास है। यहाँ की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा आदिवासी समुदाय से आता है, जिसमें मुख्य रूप से उरांव जनजाति प्रमुख है। इसके अलावा मुंडा, खड़िया, नागपुरी और अन्य जातियाँ भी यहाँ निवास करती हैं।

जिले में 353 गांव हैं, जिनकी औसत आबादी करीब 1030 व्यक्ति या करीब 200 घर है। ये गांव दरअसल बस्तियां हैं, जिनमें समरूप आदिवासी या जाति समूह शामिल हैं, जिन्हें “टोली” कहा जाता है (उत्तर बिहार के मैदानों में, एक समान बस्ती को “टोला” कहा जाता है)।

मुख्य भाषाएँ:

  • नागपुरी
  • हिंदी
  • कुड़ुख (उरांव भाषा)
  • संताली

यहाँ के लोग अपनी सांस्कृतिक पहचान और परंपराओं को बड़े गर्व से निभाते हैं। पारंपरिक लोक नृत्य, गीत और त्योहार यहाँ की खास पहचान हैं।


🎉 संस्कृति और प्रमुख त्योहार:

लोहरदगा में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में पारंपरिक आदिवासी त्योहार और हिंदू पर्व दोनों शामिल हैं।

प्रमुख त्योहार:

  • सरहुल: वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला प्रकृति पूजा का पर्व
  • करम: भाई-बहन के प्रेम और हरियाली का प्रतीक पर्व
  • सोहराय: फसल कटाई का पर्व
  • दशहरा, दीपावली, होली: हिंदू धर्म के पारंपरिक त्योहार

यहाँ का नृत्य और लोकगीत काफी प्रसिद्ध हैं। आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ सामूहिक नृत्य करते हैं, जिसे देखकर कोई भी मंत्रमुग्ध हो जाए।


🏛️ प्रशासनिक व्यवस्था:

लोहरदगा जिला प्रशासनिक रूप से 7 प्रखंडों में विभाजित है:

  1. लोहरदगा
  2. किस्को
  3. सेनहा
  4. भंडरा
  5. पेशरार
  6. कुडू
  7. कैरो

जिला मुख्यालय लोहरदगा शहर में स्थित है, जहाँ से पूरे जिले का संचालन होता है।

छह पुलिस स्टेशन और आठ पिकेट पूरी तरह से उग्रवादी गतिविधियों से प्रभावित हैं और शेष पीएस यानी लोहरदगा पुलिस स्टेशन आंशिक रूप से प्रभावित हैं। नक्सली खतरे से निपटने के लिए लोहरदगा में पुलिस सभी कानूनी और जरूरी रणनीति अपना रही है। वर्तमान में, सभी नौ पुलिस स्टेशनों और अन्य प्रतिष्ठानों को मजबूत और सुदृढ़ किया गया है।

लोहरदगा जिले में एक अनुमंडल (लोहरदगा) और सात (7) प्रखंड हैं।

 


🚆 परिवहन और संपर्क सुविधा:

  • रेल मार्ग: लोहरदगा रेलवे स्टेशन रांची-लोहरदगा रेलखंड पर स्थित है।
  • सड़क मार्ग: राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य मार्गों के माध्यम से रांची, लातेहार, गुमला जैसे जिलों से अच्छी सड़क संपर्क सुविधा है।
  • निकटतम हवाई अड्डा: रांची का बिरसा मुंडा एयरपोर्ट (लगभग 70 किमी दूर)

परिवहन के मामले में यह जिला लगातार विकसित हो रहा है।


🏞️ पर्यटन स्थल:

लोहरदगा प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के कारण कई पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।

प्रमुख स्थल:

  1. कोबांग डैम: एक सुंदर पिकनिक स्पॉट
  2. लोहरदगा जलप्रपात: मानसून में बेहद आकर्षक
  3. मंदिर और सांस्कृतिक स्थल: स्थानीय देवी-देवताओं के मंदिर
  4. जंगल सफारी और ट्रेकिंग: जंगल और पहाड़ियों में घूमना रोमांचक अनुभव देता है

🎓 शिक्षा और विकास:

लोहरदगा शिक्षा के क्षेत्र में भी लगातार आगे बढ़ रहा है। यहाँ कई स्कूल, कॉलेज और तकनीकी संस्थान हैं।

प्रमुख शिक्षण संस्थान:

  • लोहरदगा डिग्री कॉलेज
  • सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज
  • कई सरकारी और निजी विद्यालय

सरकार की कई योजनाओं के अंतर्गत यहाँ के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने का प्रयास जारी है।


🌱 भविष्य की संभावनाएँ:

लोहरदगा में कृषि, खनिज, पर्यटन और वन उत्पाद के क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं। अगर सही तरीके से इन संसाधनों का उपयोग किया जाए तो लोहरदगा झारखंड का एक समृद्ध और विकसित जिला बन सकता है।


निष्कर्ष:

लोहरदगा जिला झारखंड की सांस्कृतिक, प्राकृतिक और खनिज संपदा से भरपूर एक महत्वपूर्ण जिला है। यहाँ की आदिवासी संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और खनिज भंडार इसे विशेष बनाते हैं। यह जिला झारखंड की समृद्ध परंपरा और आधुनिक विकास का अद्भुत संगम है। आने वाले समय में लोहरदगा पर्यटन, खनन और कृषि के क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभा सकता है।

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